गुरुः साक्षात परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
अपनी महत्ता के कारण विश्व के विश्व गुरु भारतवर्ष में गुरु को ईश्वर से भी ऊँचा पद दिया गया है, लेकिन उसी सर्वश्रेष्ठ भारतवर्ष के हरियाणा प्रांत के हिसार जिले के शिक्षा क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले करतार मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सर्वश्रेष्ठ प्रधानाचार्य स्वर्गीय श्री जसवीर सिंह जी की उनके ही स्कूल के निर्दयी व गुरु शिष्य परंपरा पर कलंक लगाने वाले तथाकथित छात्रों द्वारा निर्मम हत्या करने पर पृथ्वी अभ्युदय एडुकेटर्स एसोसिएशन-इंडिया (पाई) गहरा आक्रोश प्रकट करती है।
संगठन के फाउंडर चेयरमैन डॉक्टर हर्षवर्धन सिंह व समस्त अधिकारियों ने इस घटना को शिक्षा जगत की निर्ममतम घटना बताते हुए इस मामले को समस्त शिक्षा जगत व शिक्षक समाज पर गहरा आघात बताते हुए कहा कि निर्मम हत्या की ये घटना कोई साधारण घटना नहीं है, अपितु आज के समाज में एक असुरक्षित राष्ट्र निर्माता व आज के खोखले हो रहे समाज का सजीव चित्रण है। आज ऐसी घटनाएं भविष्य को अंधकारमय करने के लिए पर्याप्त हैं। उन्होंने बताया कि PAAI एसोसिएशन संपूर्ण भारतवर्ष में शिक्षकों, प्रधानाचार्यों एवं निदेशकों के कल्याण व हितों के लिए हमेशा प्रयासरत है, उन्होंने हरियाणा सरकार से अनुरोध किया है कि इस तरह की निर्मम हत्याओं के मामलों की कठोरता व निष्पक्ष भाव के साथ जाँच की जाए तथा शिक्षा वर्ग की गरिमा को बनाए रखने के लिए भविष्य के निर्मम अपराधियों पर सख्त कार्यवाही की जाए।
संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती मीनाक्षी देवी ने इस मामले में हरियाणा प्रांत के विभिन्न प्राइवेट संस्थाओं द्वारा की गई कार्यवाही की सराहना की व कहा कि ऐसी दिल दहलाने वाली घटनाओं का प्रतिकार करना समाज के लिए सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करता है व ऐसे निम्न स्तर के कृत्य करने वाले उदंड विद्यार्थियों व उनके कुकृतयों में उनका साथ देने वाले अभिभावकों को भी ज्ञात हो ऐसी घटना किसी भी कीमत पर शिक्षक समाज द्वारा स्वीकार्य नहीं है।
आज ऐसे घृणित व्यक्ति जो भारतवर्ष के राष्ट्र निर्माताओं के साथ कभी बहस व कभी गाली गलोच तो कभी मारपीट, तो कभी सरेआम हत्या कर या करवा देते हैं, वे अपने बच्चों के लिए भविष्य में क्या उदाहरण स्थापित करना चाहते हैं?
जो शिक्षाविद अपने संपूर्ण जीवन का ज्ञान बिना भेदभाव के सभी विद्यार्थियों को बाँटते हैं, वे ऐसे कृत्यों के बाद अपने बच्चों या किसी अन्य विद्यार्थी को, क्या शिक्षक बनने के लिए प्रेरित कर पाएंगे? यह गंभीर चिंतन का विषय है।
पृथ्वी अभ्युदय एजुकेटर एसोसिएशन इंडिया (PAAI) हरियाणा व भारत सरकार से शिक्षाविदों के लिए अपने अधिकारों व सुरक्षा की मांँग करती है ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसे घृणित कार्य करने का साहस न जुटा सके।
PAAI का है ये ऐलान, शिक्षक सुरक्षित तो सुरक्षित है मेरा प्यारा भारत महान।
“शिक्षा के साथ संस्कार नहीं, संस्कार के साथ शिक्षा आवश्यक है।”-PAAI
“Touching Hearts, Empowering Educators”- PAAI


