सतत विकास और नवाचार के युग में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में ई- मोबिलिटी सेक्टर एक बदलाव लेकर आया है. अब पुराने डीजल/ पेट्रोल इंजन की जगह इलेक्ट्रिक वाहन इस्तेमाल होने लगे हैं. पर्यावरण को लेकर जागरूकता और सस्ते होते इलेक्ट्रिक वाहनों की वजह से यहां रोजगार के नए विकल्प सामने आ रहे हैं. इस क्षेत्र में करिअर बनाने के लिए उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता है. भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अधीन कार्यरत इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ESSCI) द्वारा विशेषतौर पर दो क्षेत्र बैटरी सेगमेंट और मोटर एंड कंट्रोलर सेगमेंट में कोर्सेज तैयार किए गए हैं. ऐसे में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र की स्थिति, करिअर की संभावनाएं एवं ESSCI द्वारा चलाए जा रहे कोर्सेज के बारे में जानिए.
ई – मोबिलिटी क्षेत्र बहुत व्यापक है. इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण, चार्जिंग के लिए बुनियादी ढांचे का विकास और बैटरी प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के बाद मरम्मत कार्य आदि शामिल हैं. बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लगातार अलग-अलग कदम उठाए जा रहे हैं. इलेक्ट्रक वाहनों की क्षमता और तकनीक को अपग्रेड किया जा रहा है. यही वजह है कि इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की जरूरत बढ़ रही है. इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ने छह कोर्सेज डिजाइन किए हैं.
भविष्य की संभावनाएं आर्थिक सर्वेक्षण 2023 के अनुसार, भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में बढ़ोतरी की संभावना है और 2022 से 2030 के बीच 49 प्रतिशत अनुमानित वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) अनुमानित है. भारत के इलेक्ट्रक वाहन बाजार का आकार 2030 तक 152.21 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में पांच करोड़ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर आने की संभावना है. इसमें कुशल लोगों की अधिक आवश्यकता होगी.
प्रमुख कोर्सेज
बैटरी सिस्टम डिजाइन इंजीनियर
बैटरी सिस्टम डिजाइन इंजीनियर ई-मोबिलिटी क्षेत्र में सबसे प्रमुख हैं. वे इलेक्ट्रिक वाहनों को शक्ति देने वाली बैटरी प्रणालियों की अवधारणा, डिजाइन और उन्हें फिट करने के लिए जिम्मेदार हैं. ये इंजीनियर बैटरी की ऊर्जा, घनत्व और उसकी क्षमता को बढ़ाने के लिए काम करते हैं.
बैटरी सिस्टम असेंबली ऑपरेटर
बैटरी सिस्टम असेंबली ऑपरेटर कुशल कारीगर हैं, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी पैक बनाने का काम करते हैं. बैटरी के लिए स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इसे तैयार किया जाता है, ताकि आसानी से जरूरत पड़ने पर इसे निकाला जा सके.
बैटरी सिस्टम रिपेयर तकनीशियन
बैटरी सिस्टम रिपेयर तकनीशियन ई-मोबिलिटी क्षेत्र का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो कि इलेक्ट्रक वाहनों के इस्तेमाल के बाद बैटरी में तकनीकी खराबी आने पर काम करते हैं. बैटरी की क्षमता और तकनीक अनुसार उसकी मरम्मत कर उसे दोबारा वाहन में लगाते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि वाहन में किसी तरह की परेशानी न हो.
मोटर एंड कंट्रोलर डिजाइन इंजीनियर
इलेक्ट्रिक वाहन का सबसे महत्वपूर्ण भाग मोटर, कंट्रोलर और उसमें पावर ट्रांसमिशन नियंत्रण प्रणाली में सामंजस्य बैठाते हैं. उसे डिजाइन करते हैं। और परीक्षण के बाद उस डिजाइन को मार्केट के लिए तैयार करते हैं.
इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर असेंबली ऑपरेटर
इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर असेंबली ऑपरेटर एक इलेक्ट्रिक वाहन के विभिन्न उपकरणों के अंदर इलेक्ट्रॉनिक घटक को स्थापित करता है. इसके साथ ही वह ब्लूप्रिंट और स्पेसिफिकेशन सीट की समीक्षा करता है और इलेक्ट्रॉनिक भाग का निरीक्षण करता है.
मोटर और नियंत्रक मरम्मत तकनीशियन ईवी मोटर्स और नियंत्रक सेवा तकनीशियन एक इलेक्ट्रिक वाहन में सर्विसिंग और मरम्मत का काम करता है.
कौशल
तकनीकी दक्षता – इलेक्ट्रकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, बैटरी प्रौद्योगिकी या संबंधित क्षेत्रों में मजबूत तकनीकी कौशल विकसित करें.
अपडेट रहना – इस क्षेत्र में नवाचार की वजह से तकनीकी तौर पर हर दिन कुछ न कुछ अपडेट हो रहा है, ऐसे में इस सेक्टर में कार्यरत लोगों के लिए आवश्यक है कि स्वयं को अपडेट रखें. समस्या का समाधान – इलेक्ट्रक वाहनों और बैटरी प्रणालियों में आई समस्याओं को हल करने में सक्षम हों.
संचार और आपसी तालमेल – यह क्षेत्र कई विषयों के जानकारों से मिलकर बना है, ऐसे में जरूरी है कि आप आपस में टीमवर्क के साथ काम करें, दूसरे सहयोगियों से बातचीत करें.
