आपदा प्रबंधन के बारे में छात्रों के बीच जागरूकता पैदा करने के अभ्यास के क्रम में 2 जनवरी, 2025 को कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों को शामिल करते हुए अग्नि सुरक्षा मॉक ड्रिल नकली आग व निकासी अभ्यास जैसी गतिविधियों को आयोजित किया गया। ताकि छात्रों के बीच अग्निशमन तकनीक और ऐसी आपातकालीन स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया करने के तरीकों के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके। नियंत्रण मुक्त अग्नि बहुत बड़ा जोखिम है के तहत छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों को ऐसी किसी भी घटना के लिए तैयार करने के लिए श्री. पी.एस. एम. पब्लिक स्कूल देहलां में ड्रिल का आयोजन किया गया। माॅक ड्रिल आयोजित करने का उद्देश्य किसी भी प्रकार की अग्नि की आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए स्कूल की तैयारी की जाँच करना तथा छात्रों, अभिभावकों व शिक्षकों को अग्निशमन बचाव अभियान के बारे में जागरूक करना था।
अग्नि बुझाने व बचाव कार्यों के लिए आवश्यक उपकरणों से सुसज्जित शिक्षकों, छात्र स्वयं सेवकों के समूह ने मॉक फायर और निकासी अभ्यास में मार्गदर्शन करने तथा सहायता करने के लिए खुद को सुविधाजनक स्थानों पर तैनात किया हुंटर बजने के साथ ही शिक्षकों द्वारा बच्चों को स्कूल के मैदान में ले जाया गया, जब सभी मैदान में एकत्रित हो गए तो उन्हें आपदा की स्थिति में ना घबराने की सलाह दी गई। विद्यालय की सह- संचालिका श्रीमती वंदना सिंह ने बच्चों को सुरक्षा संबंधी सुझाव दिए। तथा श्री सुरेश कुमार सब फायर ऑफिसर ने अग्निशामक उपकरणों की कार्य प्रणाली तथा उनके प्रयोग के बारे में बताया, व आग लगने की संभावना के बारे में क्या करें, और क्या ना करें के बारे में बताया। छात्रों को अग्निशामक यंत्रों को स्वतंत्र रूप से संचालित करना सिखाया गया।
यह गतिविधियाँ विद्यालय के प्रबंधक संचालक डॉ. हर्षवर्द्धन सिंह व सब फायर ऑफिसर श्री सुरेश कुमार की निगरानी में की गई, उन्होंने सभा को संबोधित किया और छात्रों से इस माॅक ड्रिल के बारे में बातचीत की। इस दौरान विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती तमन्ना शर्मा, उप-प्रधानाध्यापिका श्रीमती मीनाक्षी जसवाल, ऊना अग्निशमन विभाग के सब फायर ऑफिसर श्री सुरेश कुमार, फायरमैन श्री चंद्र मोहन, ड्राइवर ऑपरेटर श्री सतनाम सिंह शामिल रहे, ने अग्नि सुरक्षा मॉक ड्रिल- एक जीवन रक्षक अभ्यास पर जानकारी पूर्ण व्याख्यान किए तथा इस अग्निशमन बचाव अभियान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ऊना के एकमात्र जागरूक स्कूल की अनुभवी टीम तथा उनके द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
